उत्तरकाशी यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिलक्यारा से डंडालगांव के बीच निर्माणाधीन सुरंग में हुए हादसे में तकरीबन 40 मजदूर फंसे हैं। मजदूरों को बचाने रेस्क्यू ऑपरेशन आज छठवें दिन भी जारी है।
इंदौर से एयरलिफ्ट कर मंगवाई गई मशीन के पार्ट्स पहुंचे जौलीग्रांट एयरपोर्ट
इंदौर से एयरलिफ्ट कर मंगवाई गई नई ऑगर मशीन के पार्ट्स शुक्रवार देर रात को जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंच चुके हैं। सुबह इन्हें उत्तरकाशी पहुंचाया जाएगा। एनएचआईडीसीएल के निदेशक अंशु मनीष खलखो ने कहा कि वर्तमान में जिस ऑगर मशीन से ड्रिलिंग की जा रही है उसमें तकनीकी खराबी आई है। उसके बैकअप के लिए एक और ऑगर मशीन इंदौर से एयरलिफ्ट कर मंगाने का निर्णय लिया गया था।
सुरंग में फंसे मजदूरों को हुआ कब्ज, दवाई भेजी गई
पिछले छह दिनों से सिलक्यारा सुरंग में फंसे मजदूरों ने कब्ज की शिकायत की है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से उन्हें दवा भेजी गई है। दरअसल मजदूरों को पाइपलाइन के माध्यम से खाने में सूखे मेवे ही दिए जा रहे हैं। जिसमें काजू, बादाम, पॉपकॉर्न, भूने चने व मुरमुरे आदि शामिल है। फाइबर की कमी के चलते मजदूरों के पेट में ड्राइनेस हो गई है।
मशीन में खराबी आने के बाद पाइप डालने का काम बंद
ड्रिलिंग कर रही अमेरिकी ऑगर मशीन में तकनीकी खराबी आने के बाद से सुरंग में पाइप डालने का काम बंद है। अब तक सुरंग में करीब 25 मीटर तक ही पाइप डाला गया है। जबकि सुरंग में मलबा करीब 70 मीटर तक है।
तेजी से हो रहा काम- सीएम धामी
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मीडियो से बातचीत में कहा कि इंजीनियर और वैज्ञानिक हर कोई काम कर रहा है। पाइप लगभग 25 मीटर पर डाला गया है। काम बहुत तेजी से चल रहा है। पीएम मोदी भी स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं।
अमेरिकी ऑगर मशीन में आई तकनीकी खराबी
ड्रिलिंग कर रही अमेरिकी ऑगर मशीन में अचानक तकनीकी खराबी आ गई है। मशीन आगे नहीं बढ़ पा रही है। बताया जा रहा है कि मशीन का बेयरिंग खराब हो रहा है, जिससे वह बार-बार ऊपर उठ रही है। अब एंकर लगाकर मशीन को प्लेटफार्म पर लगाया जा रहा है।
परिजन लगातार कर रहे संवाद
इंदौर से एक और ऑगर मशीन मंगवाई
सिलक्यारा सुरंग में फंसे मजदूरों को बाहर निकालने के लिए राहत एवं बचाव अभियान शुक्रवार को छठे दिन भी जारी है। अमेरिकी ऑगर मशीन के द्वारा अब तक सुरंग के मलबे में 24 मीटर तक ड्रिलिंग कर चार पाइप डाल दिए गए हैं। अब पांचवे पाइप को डालने के लिए वेल्डिंग का काम किया जा रहा है। इसके साथ ही बैकअप में इंदौर से एक और ऑगर मशीन मंगवाई गई है।
बैकअप के लिए इंदौर से मंगवाई जा रही एक और मशीन
बैकअप के लिए एक और मशीन इंदौर से मंगवाई जा रही है। वर्तमान में काम कर रही मशीन में किसी भी तरह की खराबी आने पर बेकअप मशीन का इस्तेमाल किया जाएगा।
अभी तक 24 मीटर तक ड्रिलिंग की जा चुकी
अमेरिकी ऑगर मशीन से अभी तक 24 मीटर तक ड्रिलिंग की जा चुकी है। शुक्रवार सुबह ड्रिलिंग के वक्त एक बोल्डर मशीन के आगे आया था। अमेरिकी ऑगर मशीन से 900 एमएम व्यास के करीब करीब 10 से 12 पाइप डाले जाने हैं।
ऑपरेशन सिलक्यारा पर है पीएमओ की निगाह
उत्तरकाशी के सिलक्यारा में राष्ट्रीय राजमार्ग पर बनाई जा रही सुरंग में फंसे 40 श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए चल रहे ऑपरेशन पर प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) लगातार नजर बनाए है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अभियान की प्रगति का लगातार अपडेट ले रहे हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य सचिवालय में मीडियाकर्मियों से बातचीत में यह बात कही। सुरंग निर्माण में बरती गई लापरवाही से जुड़े प्रश्न पर उन्होंने कहा कि हमारी अभी सबसे पहली प्राथमिकता 40 श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकालने की है।
सुरंग के बाहर परिजनों से दुर्व्यवहार का आरोप
श्रीनगर को पत्रकार वार्ता में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि सुरंग में घटना घट जाने के बाद ह्यूम पाइप डाले जा रहे हैं जबकि सुरंग बनने के साथ ही ह्यूम पाइप डाले जाने चाहिए थे। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि सुरंग में फंसे लोगों के परिजनों के साथ सुरंग के बाहर दुर्व्यवहार किया जा रहा है।
मजदूरों को बचाने के प्लान दर प्लान, उठने लगे सवाल
सिलक्यारा की सुरंग में फंसे 40 मजदूरों को बचाने के लिए सरकार ने प्लान दर प्लान बना लिए लेकिन पांचवें दिन तक भी मजदूर बाहर की आबोहवा में चैन की सांस नहीं ले पाए। ऑपरेशन सिलक्यारा को लेकर अब न केवल परिजन बल्कि कांग्रेस ने भी सवाल उठाए हैं। कांग्रेस का आरोप है कि इस पूरे मामले में बड़ी लापरवाही बरती गई।
पाइप का रास्ता रोका
सिलक्यारा सुरंग में मलबे में ड्रिल कर डाले जा रहे पाइप का किसी कठोर वस्तु ने रास्ता रोक दिया है। चौथा पाइप आधा जाकर रुक गया है। अभी तक ड्रिलिंग 21 मीटर ही हो पाई है। तीन पाइप पूरे और चौथा पाइप आधा ही गया है। अमेरिकी ऑगर मशीन से 900 एमएम व्यास के करीब 10 से 12 पाइप डाले जाने
पुरानी मशीन में रुकावट आई, अब नई मशीन लगाई गई
जनरल वीके सिंह (सेवानिवृत्त) सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के अधिकारियों के साथ सिलक्यारा पहुंचे। रेस्क्यू ऑपरेशन के प्रभारी कर्नल दीपक पाटिल व एनएचआईडीसीएल के निदेशक अंशु मनीष खल्को ने उन्हें निर्माणाधीन सुरंग व रेस्क्यू ऑपरेशन की जानकारी दी।
उन्होंने सुरंग के अंदर जाकर भी भूस्खलन वाली जगह का निरीक्षण किया। इस दौरान वीके सिंह ने कहा कि सुरंग के अंदर फंसे लोगों को जल्द से जल्द बाहर निकालना पहली प्राथमिकता है। इसके लिए प्रधानमंत्री से लेकर केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री, मुख्यमंत्री से लेकर सभी एजेंसियां मिलकर कार्य कर रही हैं।
उन्हाेंने कहा कि जब रेस्क्यू शुरू हुआ तो मलबा गिर रहा था। इसलिए मशीन से यहां ड्रिलिंग कर लोगों को बचाने का निर्णय लिया गया, लेकिन पुरानी मशीन में कुछ रुकावट आई। अब नई मशीन लगाई गई है, जिसकी पावर और स्पीड पुरानी मशीन से ज्यादा है। कोशिश है कि यह रेस्क्यू कार्य जल्द खत्म हो जाए।
घटना के कारणों की होगी गहन जांच, पहली प्राथमिकता लोगों को बचाना : सिंह
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह (सेवानिवृत्त) ने बृहस्पतिवार को सिलक्यारा सुरंग में फंसे मजदूरों को बचाने के लिए चलाए जा रहे राहत एवं बचाव कार्य का जायजा लिया। पत्रकारों से वार्ता में केंद्रीय राज्यमंत्री ने कहा कि घटना के कारणों की अलग से गहन जांच होगी। वर्तमान में पहली प्राथमिकता सुरंग में फंसे लोगों को बचाना है। उन्होंने बचाव कार्य दो से तीन में पूरा कर लेने की बात कही है।