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पाकिस्तान पर ईरान ने 16 जनवरी को एयर स्ट्राइक की क्या है?

पाकिस्तान पर ईरान की एयर स्ट्राइक की क्या है पूरी कहानी

पाकिस्तान पर ईरान की एयर स्ट्राइक की क्या है पूरी कहानी

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पाकिस्तान के बलोचिस्तान में ईरान की ओर से मिसाइल हमले किए गए हैं। यह हमला आतंकियों पर किया गया। आतंकियों पर इस हमले को लेकर पाकिस्तान बौखला गया है। पाकिस्तान ने इसे लेकर आपत्ति जताई है, साथ ही परिणाम भुगतने की धमकी दी है।

इस्लामाबाद: ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में आतंकी ठिकानों पर एक बड़ा हमला किया है। इस हमले से क्षेत्र में और भी ज्यादा तनाव बढ़ गया है। यह हमला अभूतपूर्व है। हमला सुन्नी आतंकी समूह जैश अल-अदल को निशाने पर लेकर किया गया है। हालांकि इस हमले में दो बच्चों की मौत हो गई, वहीं तीन अन्य घायल हुए हैं। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की ओर से इसे संप्रभुता का अकारण उल्लंघन बताया गया। आइए जानें इस हमले से जुड़े प्रमुख सवालों के बारे में।

ईरान ने क्यों किया आतंकी हमला

पाकिस्तान पर ईरान की एयर स्ट्राइक की क्या है पूरी कहानी

हमले पर क्या बोले ईरान-पाकिस्तान

पाक ने बलूचिस्तान प्रांत में एक सुन्नी आतंकी संगठन से जुड़े ठिकानों को निशाना बनाकर हवाई हमले किए जाने पर ईरान को ‘गंभीर परिणाम’ भुगतने की चेतावनी दी है। पाक ने ‘अपने हवाई क्षेत्र के उल्लंघन’ की कड़ी निंदा करते हुए ईरान के प्रभारी राजदूत को विदेश मंत्रालय में तलब किया। पाकिस्तानी विदेश कार्यालय ने बयान जारी कर कहा कि ईरान का यह कृत्य उसके ‘हवाई क्षेत्र का अकारण उल्लंघन’ है। पश्चिम एशिया में हमास और इजराइल के युद्ध के कारण पहले से ही स्थिति तनावपूर्ण है, ऐसे में ईरान के इन हमलों ने चिंता और बढ़ा दी है।

पाकिस्तान अपनी संप्रभुता के उल्लंघन का कड़ा विरोध करता है। यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है और इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं।

पाकिस्तान विदेश कार्यालय

इसने बयान में कहा, ‘ईरानी विदेश मंत्रालय के संबंधित वरिष्ठ अधिकारी के समक्ष इसे लेकर पहले ही कड़ा विरोध दर्ज कराया जा चुका है। इसके अतिरिक्त, पाकिस्तान की संप्रभुता के इस घोर उल्लंघन की कड़ी निंदा से अवगत कराने के लिए ईरान के प्रभारी राजदूत को विदेश मंत्रालय में तलब किया गया है और इसके परिणामों की जिम्मेदारी पूरी तरह से ईरान की होगी।’ इस बात पर भी चिंता व्यक्त की गई कि ‘पाकिस्तान और ईरान के बीच बातचीत के कई स्थापित माध्यमों के बावजूद यह अवैध कार्रवाई हुई।’

क्षेत्र में बढ़ेगा तनाव

ईरान और पाकिस्तान 959 किमी बॉर्डर शेयर करते हैं। ज्यादातर हिस्सा सिस्तान-बलूचिस्तान का है। यहां ईरान के सुन्नी अल्पसंख्यक रहते हैं और शिया-प्रभुत्व वाले शासन से भेदभाव का सामना करते हैं। दोनों देशों के बीच क्षेत्रीय प्रतिद्वंद्विता और गठबंधन को लेकर मतभेद रहे हैं। ईरान ने हमला एक ऐसे देश पर किया है, जो परमाणु ताकत होने का घमंड करता है। गाजा पट्टी और इजरायल के बीच युद्ध से क्षेत्र में पहले से तनाव है। इस हमले से अस्थिरता का खतरा बढ़ गया है।

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