भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ: जिस तरह से विदेश में छुपे हुए भारतीय #मोस्ट वांटेड #आतंकवादी अपने लिए एक सुरक्षित पनहागाह बनाकर रह रहे थे वो दिन अब हवा हो गए अगर किसी ने भारत की धरती पर कोई अपराध किया है तो अब वो #विदेश में छुप नहीं सकते।
पिछले कुछ सालों में जिस तरह से #पाकिस्तान #कनाडा और #ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया से जिस तरह से आतंकवादियों की हत्याएं हो रही है अज्ञात बंदूक धारियों द्वारा और कनाडा, पाकिस्तान यह आरोप लगा रहे हैं कि उनके देश में भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ एक खुफिया ऑपरेशन के तहत इन आतंकवादियों की हत्याएं कर रही है या करवा रही है।
इससे एक बात सिद्ध हो जाती है कि भारत में आतंकवादी घटनाओं में शामिल होने वाले आतंकवादियों के लिए अब विदेश की धरती भी सुरक्षित नहीं रही।
जिस तरह से #भारत सरकार की राजनीतिक इच्छा शक्ति हमेशा से इतनी कमजोर रही है कि भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ को इस बात की कभी भी कोई इजाजत नहीं दी गई कि वह दूसरे देशों में जाकर के कोई खुफिया ऑपरेशन में किसी आतंकवादी को एलिमिनेट कर सके। और साथी ही भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ का भी इतिहास यही रहा है कि आज तक कभी भी उसने किसी भी खुफिया ऑपरेशन में विदेशों में किसी भी आतंकवादी को एलिमिनेट नहीं किया।
अगर भारत सरकार की इच्छा शक्ति और भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ चाहती तो पाकिस्तान में #दाऊद इब्राहिम जो की इंडिया’ का No.1 मोस्ट वांटेड आतंकवादी है #मुंबई ब्लास्ट में शामिल रहा है उसे भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ चाहती तो पाकिस्तान में अनेक मौके थे दाऊद इब्राहिम की हत्या करने के परंतु आज तक वह पाकिस्तान में सुरक्षित है तो इसका तो मतलब यही निकलता है की विदेशों में जो आतंकवादियों की हत्याएं हो रही हैं वह भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ द्वारा नहीं किया जा रहा।
अभी हाल ही में जब जी-20 के अंदर कनाडा के #प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो ने भारत के #प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने निज्जर हत्याकांड को लेकर के मुद्दा उठाया था जिस पर भारत सरकार ने स्पष्ट रूप से कह दिया था कि भारत सरकार दूसरे देशों में किसी तरह का कोई भी खुशियां ऑपरेशन नहीं करती । यही भारत का हमेशा से स्टैंड रहा है और रहेगा इसीलिए भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ किसी भी आतंकवादी के हत्याकांड में शामिल नहीं है।
क्योंकि अगर भारतीय खुशियां एजेंसी रॉ इस तरह की खुफिया ऑपरेशन विदेशों में करती है तो भारत के ऊपर कई अंतरराष्ट्रीय कानून के का उल्लंघन भी आरोप लगेगा। जो कि भारत सरकार कभी भी नहीं चाहेगी कि उसकी विश्वसनीयता पर दाग लगे और #अंतरराष्ट्रीय समुदाय में उसकी विकासशील और शांतिप्रिय छवि खराब हो।
तो यह सवाल उठता है कि पिछले कुछ सालों में वह कौन है जो ब्रिटेन कनाडा पाकिस्तान में इन भारत विरोधी आतंकवादियों की हत्याएं कर रहा है और उनके द्वारा किए गए गुनाहों की सजा दे रहा है। कौन है जिसे इस बात की तकलीफ है की इन आतंकवादियों को भारतीय कोर्ट चाह कर भी सजा नहीं दे पा रहा है। ऐसा कौन है जो भारत सरकार से दो कदम आगे बढ़कर इन आतंकवादियों को मौत की सजा दे रहा है।
अभी हाल ही में मैंने डिज़्नी+ हॉटस्टार पर #मोहित रैना की काल्पनिक फ्रीलांसर देखी उसे वेब सीरीज में और अभी हाल ही में जो कुछ घटनाएं कनाडा और पाकिस्तान घट रही हैं उनमें मैंने कुछ समानताएं पाई हैं।
(लेखक की कल्पना) में सवाल यह उठता है कि क्या भारत सरकार ने कोई नई खुफिया ( काल्पनिक नाम फ्रीलांसर ) एजेंसी बनाई है जो कि वह भारतीय खुशियां एजेंसी रॉ से भी दो कदम आगे है और जो विदेशों में छुपे हुए इन भारत विरोधी आतंकवादियों को एलिमिनेट करके रॉ के एक उत्तम सहयोगी के रूप में अपनी योग्यताएं प्रदर्शित कर रही है। दूसरे देशों को यह समझना होगा कि अब भारत अपने तन पर जख्म देने वालों को पाताल में भी छुपे होने पर एलिमिनेट करना जानता है।
(लेखक की कल्पना में) या फिर कोई यह तीसरा ही फ्रीलांसर है जिसे कुछ विदेश में बसे हुए धनी भारतीयों का सहयोग प्राप्त है और वह एक फ्रीलांसर के तौर पर इन भारत विरोधी आतंकवादियों को उनकी असली जगह नर्क में पहुंच रहा है। भारतीयों के अंदर देश भक्ति कूट-कूट के भारी है चाहे वह विदेश में ही क्यों ना बसे हो। वह समय चला गया जब भारतीय किसी दूसरे देश में डर कर के रहते थे क्योंकि अब भारत सरकार उनकी पाल-पाल की खबर रखती है उनके कुशल मंगल के लिए उनके साथ हमेशा खड़ी है।
अक्सर अज्ञात व्यक्तियों ( फ्रीलांसर ) द्वारा अंजाम दी गई इन रहस्यमय आतंकवादियों कि हत्याओं ने व्यापक अटकलों को जन्म दिया है कि यह कोई ना कोई भारतीय फ्रीलांसर ही है जो इन भारत विरोधी आतंकवादियों को कनाडा पाकिस्तान में उनके किए हुए अपराधों की सजा दे रहा है।
यहां #जम्मू कश्मीर (जम्मू-कश्मीर), #पंजाब और अन्य भारतीय राज्यों में आतंकवाद और हिंसा के कृत्यों से जुड़े आतंकवादियों की एक अद्यतन सूची दी गई है, जो मारे गए हैं।
मारे गए हैं।
(1) हरप्रीत सिंह (ताज़ा घटना 09 नवम्बर 2023) कनाडा में एक और #खालिस्तानी आतंकी हरप्रीत सिंह की अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी है। इससे कनाडा में खलबली मच गई है। यह घटना कनाडा के एडमॉन्टन हुई।
(2) दाऊद मलिक (11 अक्टूबर 2023) वांछित आतंकवादी #मौलाना मसूद अज़हर का करीबी सहयोगी #दाऊद मलिक भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल था। उत्तरी वजीरिस्तान में अज्ञात बंदूकधारियों ने उनकी गोली मारकर हत्या कर दी। मलिक #लश्कर-ए-जब्बार में एक प्रमुख व्यक्ति था और भारत के सबसे वांछित आतंकवादियों में से एक, अज़हर के साथ निकटता से जुड़ा हुआ था।
(3) #शाहिद लतीफ (11 अक्टूबर 2023) #जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) से जुड़ा आतंकवादी लतीफ भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की मोस्ट वांटेड सूची में था। उसने 2016 के #पठानकोट आतंकी हमलों की साजिश रची, जिसके परिणामस्वरूप सात सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई। पाकिस्तान के सियालकोट में अज्ञात बंदूकधारियों ने उनकी हत्या कर दी थी।
(4) #जियाउर रहमान (29 सितंबर 2023) #लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) का सदस्य, रहमान भारत के खिलाफ युवाओं को कट्टरपंथी बनाने में शामिल था। कराची में मोटरसाइकिल सवार अज्ञात हमलावरों ने उनकी गोली मारकर हत्या कर दी।
(5) #सुखदूल सिंह (21 सितंबर 2023) #सुक्खा दुने के के नाम से भी जाना जाता है, सिंह, एक खालिस्तानी आतंकवादी, कनाडा में एक कुख्यात गैंगस्टर और खालिस्तानी आतंकवादी #अर्शदीप सिंह से जुड़ा था। उनकी हत्या कनाडा के विन्निपेग में कर दी गई।
(6) #अबू कासिम कश्मीरी (8 सितंबर 2023) जिसे जम्मू के रियाज़ अहमद के नाम से भी जाना जाता है, वह राजौरी में ढांगरी हमले के पीछे प्रमुख व्यक्ति था। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में अज्ञात बंदूकधारियों ने उनकी हत्या कर दी।
(7) #सरदार हुसैन अरैन (1 अगस्त 2023) #लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) का एक संचालक और #हाफ़िज़ सईद का करीबी सहयोगी, अरैन जमात-उद-दावा (जेयूडी) के मदरसा नेटवर्क के लिए जिम्मेदार था। कराची के नवाबशाह में उनकी दुकान के पास उन्हें गोली मार दी गई। सिधुदेश रिवोल्यूशनरी आर्मी (एसआरए) ने उनकी हत्या की जिम्मेदारी ली।
(8) #हरदीप सिंह निज्जर (19 जून 2023) खालिस्तान टाइगर फोर्स के प्रमुख और गुरु नानक सिख गुरुद्वारा साहिब के प्रमुख निज्जर की गुरुद्वारा परिसर में हत्या कर दी गई। विभिन्न आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने के कारण भारत में उसका महत्वपूर्ण आपराधिक रिकॉर्ड था।
(9) #अवतार सिंह खांडा (16 जून 2023) ब्रिटेन स्थित #खालिस्तान आतंकवादी खांडा की बर्मिंघम अस्पताल में मौत हो गई। उन्होंने उस वर्ष की शुरुआत में लंदन में भारतीय उच्चायोग में तोड़फोड़ के प्रयास में भूमिका निभाई थी।
(10) #परमजीत सिंह पंजवार (6 मई 2023) #खलिस्तान कमांडो फोर्स के प्रमुख, जिन्हें मलिक सरदार सिंह के नाम से भी जाना जाता है, की पाकिस्तान के #लाहौर में उनके घर के पास हत्या कर दी गई। वह भारत की मोस्ट वांटेड सूची में था और खालिस्तान कमांडो फोर्स (केसीएफ) का एक प्रमुख नेता था।
(11) #सैयद नूर शालोबार (4 मार्च 2023) कश्मीर घाटी में आतंकवादियों की भर्ती करने और #पाकिस्तानी सेना और #आईएसआई के साथ सहयोग करने के लिए कुख्यात, शालोबर पाकिस्तान के #खैबर पख्तूनख्वा क्षेत्र में मारा गया था।
(12) #बशीर अहमद पीर (20 फरवरी 2023) जिसे #इम्तियाज आलम के नाम से भी जाना जाता है, पीर, #हिजबुल मुजाहिदीन के एक शीर्ष कमांडर की पाकिस्तान के #रावलपिंडी में हत्या कर दी गई थी। वह 15 वर्षों से अधिक समय से पाकिस्तान में रह रहा था और उसने कश्मीर घाटी में आतंकवादी गतिविधियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
(13) #सैयद खालिद रज़ा (27 फरवरी 2023) #अल-बद्र मुजाहिदीन के पूर्व कमांडर रज़ा की #कराची में हत्या कर दी गई। उसके हिजबुल मुजाहिदीन प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन से करीबी संबंध थे और वह जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा क्षेत्र में आतंकवादियों की घुसपैठ कराने में विशेष रूप से शामिल था।
(14) #ऐजाज़ अहमद अहंगर (14 फरवरी 2023) वैश्विक आतंकी समूह #इस्लामिक स्टेट से जुड़ा एक कश्मीरी आतंकवादी अहंगर, #अफ़ग़ानिस्तान के कुनार प्रांत में मृत पाया गया था। माना जा रहा है कि उनकी हत्या तालिबान ने की थी।
(15) #हरविंदर सिंह संधू (19 नवंबर 2022) जिसे #हरविंदर सिंह रिंदा के नाम से भी जाना जाता है, खालिस्तानी आतंकवादी संधू की लाहौर के एक अस्पताल में मृत्यु हो गई। वह पंजाबी गायक सिद्धू मूस वाला की हत्या सहित महत्वपूर्ण घटनाओं से जुड़ा था।
(16) #रिपुदमन सिंह मलिक (14 जुलाई 2022) खालिस्तानी आतंकवादी संगठन बब्बर खालसा से जुड़े मलिक की कनाडा के सरे में गोली मारकर हत्या कर दी गई। उन पर पहले 1985 में एयर इंडिया फ्लाइट में बम विस्फोट से संबंधित आरोप का सामना करना पड़ा था।
(17) #जहूर मिस्त्री (1 मार्च 2022) #जैश-ए-मोहम्मद (JeM) से जुड़ा आतंकवादी मिस्त्री, इंडियन एयरलाइंस IC-814 विमान के अपहरण में शामिल था। कराची में मोटरसाइकिल सवार बंदूकधारियों ने उनकी हत्या कर दी थी l